घमासान जारी… हरीश रावत खुद को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करवाते हैं तो मुझे नहीं आपत्ति
-2022 के विधानसभा चुनाव के कांग्रेस को चेहरा घोषित करना चाहिए, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के इस बयान पर कांग्रेस के भीतर माहौल गर्म है। उनके बयान पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री इंदिरा हृदयेश ने किया पलटवार
देहरादून (dehradun)। 2022 के विधानसभा चुनाव (vidhansabha election 2022) में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (ex CM Harish Rawat) के बयान पर कांग्रेस में जुबानी घमासान थम नहीं रहा है। इंदिरा हृदयेश (Indira hridyesh) ने हरीश रावत के बयान पर कहा कि 2017 में उन्हें चेहरा बनाया गया था तो कांग्रेस 11 पर सिमट गई। 13 जनपदों में 13 सीटें तक नहीं आ पाई। अब हरीश रावत खुद को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करवाते हैं तो उनको बिल्कुल भी आपत्ति नहीं है। यह काम केवल राष्ट्रीय नेतृत्व का है, हमारा नहीं।
उत्तराखंड कांग्रेस ने वर्तमान में 3 ध्रुव हैं। हरीश रावत, इंदिरा हृदयेश और प्रीतम सिंह। अब हरीश रावत के बयान के बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री व नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने हरीश रावत पर तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने रावत को इशारों में ही काफी कुछ समझा दिया। हृदयेश ने कहा कि रावत क्या बोलते हैं, क्या लिखते हैं, इसके लिए वह पूरी तरह स्वतंत्र हैं। ब्लाक प्रमुख से मुख्यमंत्री तक की कुर्सी पर वह बैठ चुके हैं। इतनी लंबी राजनीति करने के बाद अब हम उन पर नियंत्रण नहीं लगा सकते हैं, न ही रोक लगा सकते हैं।
जिनकी महत्वकांक्षायें ज्यादा वह नहीं चाहते एकजुटता
हृदयेश ने कहा कि उनकी हरीश रावत से एक ही प्रार्थना है कि वह उत्तराखंड में ऐसा माहौल बनाएं कि जनता कांग्रेस के पक्ष में वोट डालने को तैयार हो न की दूसरी तरफ भागने के लिए। उन्होंने यह भी कहा कि हम सब एकजुट हैं। लेकिन, जिनकी महत्वाकांक्षायें ज्यादा है वह एकजुट नहीं होना चाहते।
जब हरीश रावत कांग्रेस का चेहरा थे तो क्या हश्र हुआ
हरीश रावत को चेहरा बनाने के सवाल पर हृदयेश ने कहा कि कांग्रेस ने क्या आज तक किसी को चेहरा बनाया है? उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 2017 के चुनाव में हरीश रावत को चेहरा बनाया था, क्या हुआ? हम 11 सीट पर आ गए। मुख्यमंत्री खुद दोनों जगह से लड़े और क्या हुआ आप सब जानते हैं।