डेल्टा पल्स वेरिएंट की जांच को दिल्ली भेजे गए मरीजों के सैंपल
-कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान ऊधमसिंहनगर जनपद में बी-17.4 वायरस की पुष्टि हुई थी। अब दोबारा कोरोना संक्रमितों के सैंपलों के वायरस की जांच के बाद ही नए वायरस का पता चल सकेगा।
शब्द रथ न्यूज, ब्यूरो (shabd rath news)। ऊधमसिंहनगर जनपद में डेल्टा पल्स वेरिएंट की जांच या इससे मिलते जुलते नए संक्रमण के बारे में पता लगाने के लिए एनसीडीसी दिल्ली में कोविड संक्रमित 30 लोगों के सैंपल भेजे गए हैं। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि हो पाएगी।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान ऊधमसिंहनगर जनपद में बी-17.4 वायरस की पुष्टि हुई थी। जबकि, अब दोबारा नए कोरोना संक्रमितों के सैंपलों के वायरस की जांच के बाद ही नए वायरस का पता चल सकेगा। आरटीपीसीआर लैब की माइक्रो बॉयोलिजिस्ट डॉ हर्षा शर्मा ने बताया कि डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि के लिए 30 सैंपल दिल्ली भेजे गए हैं।
गौरतलब है कि देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में अब डेल्टा प्लस वेरिएंट फैलने का खतरा बढ़ रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के 11 राज्यों को पत्र लिखकर इसके बारे में सचेत किया है। देश में अभी तक 52 मामले मिले हैं। ऐसे में अन्य राज्य भी इसको लेकर सचेत हैं।
दरअसल, स्वरूप बदलने के साथ कोरोना मरीजों में संक्रमण के लक्षण भी बदल रहा है। डेल्टा प्लस वेरिएंट के संक्रमितों को कोरोना के सामान्य लक्षणों के अलावा बोलने में तकलीफ हो रही है। डॉक्टर की अब सबसे बड़ी चिंता यह है कि नई गाइडलाइन के तहत आइवरमैक्टिन समेत तमाम दवाओं को प्राथमिक स्तर पर देने पर रोक लगा दी गई है। ऐसे में डाक्टर परेशान हैं कि कोरोना के नए वेरिएंट के संक्रमण में मरीजों का किन दवाओं से करेंगे। अस ऐसे में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट की आशंका ने लोगों को चिंता में डाल दिया है।