मोहब्बत का एहसास होने लगा है …

जीके पिपिल
देहरादून, उत्तराखंड
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गीत
मोहब्बत का एहसास होने लगा है
वो जब से मेरे पास होने लगा है।
विरक्ति सी होने लगी है जहां से
जीवन में संन्यास होने लगा है।
उसकी कशिश में खिंचे जा रहे हैं
ख़ुद से ही वनवास होने लगा है।
मेरे दिल का कोना ख़ाली पड़ा है
वही उसका आवास होने लगा है।
इश्क़ करने वालों की कमी तो नहीं है
मग़र उनमें वो ख़ास होने लगा है।
वही है हक़ीक़त मेरे वास्ते अब
ज़माना तो बक़वास होने लगा है।।