बोले मुख्यमंत्री… उत्तराखंड के प्रॉडक्ट दुनिया में बनाएंगे पहचान
-चार दिवसीय नवम सतत् पर्वतीय विकास शिखर सम्मेलन आयोजित, ऑनलाइन सम्मेलन का मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया उद्घाटन। चार दिन विभिन्न गंभीर विषयों पर होगी चर्चा
देहरादून (dehradun)। उत्तराखंड अपने ब्रांड को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से हॉली ब्रांड नाम से प्रोडक्ट लांच करने जा रहा है। इससे उत्तराखंड के प्रॉडक्ट की नई मार्केट तैयार होगी। मुख्य त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यह बात सतत् पर्वतीय विकास शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य के विकास को लेकर प्रतिबद्ध है और उस दिशा में निरंतर काम किया जा रहा है।
शुक्रवार को सतत् पर्वतीय विकास शिखर सम्मेलन (Sustainable Mountain Development Summit-IX) का वर्चुचल उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा, डॉ एकल्व्य शर्मा, डॉ राजेन्द्र डोभाल, पीडी राय मौजूद रहे
आपदा को अवसर में बदलने का प्रयास
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इंटीग्रेटेड माउन्टेन इनिशिएटिव, आईएमआई व सतत् विकास मंच उत्तरांचल को नवम सतत् पर्वतीय विकास शिखर सम्मेलन आयोजित करने केलिए बधाई दी। उद्घाटन सत्र में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के जागरूक नागरिक कोविड-19 महामारी के दौरान आपदा को अवसर में बदलने के प्रयास कर रहे हैं। प्रवासियों के लिए स्किल मैपिंग के साथ राज्य सरकार ने ऑनलाइन पोर्टल HOPE शुरू किया है, जिसके तहत कुशल श्रमिकों को पंजीकृत कर रोजगार के अवसर प्रदान किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने हिमालय पॉलिसी, हिमालय प्रोडक्ट, हिमालयन पर्सेनिलिटी के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि पर्यटक स्थलों की पहचान कर उन्हें रोजगार के संसाधन के रूप में विकसित करना है। ग्रोथ सेंटर के माध्यम से नवीन उद्योग क्रांन्ति प्रदेश में लायी जा रही है। गांव का किसान व महिलायें आज उद्यमकर्ता बन सकती हैं। रावत ने उद्बोधन के दौरान आईएमआई व एसडीएफयू के संस्थापक रहे स्व. आरएस टोलिया को याद करते हुये बताया कि हिमालयी राज्यों से युवा टोलिया से प्रेरणा लेते हुये विश्वभर में ख्याति बिखेर रहे हैं। डॉ एकल्व्य शर्मा, डीडीजी, ICIMOD ने Biodiversity and Hindu Kush Himalaya Mountains- Resillent Recovery from COVID-19 पर विशेष व्याख्यान दिया। अम्बा जमीर ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर प्रो एएन पुरोहित, डॉ जीएस रावत, एसटीएस लेप्चा, विनीता शाह, डॉ पीयूष जोशी, गोलन, अमृता, प्रेरणा, प्रदीप व हिमाशुं मौजूद रहे।
दार्जलिंग में होगा अगला सम्मेलन
सतत् विकास मंच उत्तरांचल के अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र डोभाल ने बताया कि सम्मेलन चार दिन चलेगा। इस दौरान कोविड-19 के बाद पलायन एवं स्थानीय आर्थिकी, जलवायु परिवर्तन एवं आपदा न्यूनीकरण, कृषि आधारित आजीविका पर नवाचार, जल संरक्षण, ग्रामीण आर्थिकी के लिए अनुकूल रणनीति, संस्थानों की नेटवर्किंग व यथोचित वित्तीय सहायता और डिजिटल जॉब व ग्रीन फ्यूचर आदि विषयों पर चर्चा होगी। डॉ डोभाल ने बताया कि अगला सम्मेलन कलिमपांग दार्जिलिंग में आयोजित किया जायेगा।
हिमालयी राज्यों में आयोजित होता है सम्मेलन
इंटीग्रेटेड माउन्टेन इनिशिएटिव (आईएमआई) के अध्यक्ष पीडी राय ने सत्र की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि आईएमआई की ओर से प्रत्येक वर्ष यह सम्मेलन हिमालयी राज्यों में आयोजित कराया जाता है। सम्मेलन में सम्पूर्ण हिमालयी राज्यों के राजनैतिक व सामाजिक क्षेत्र के विद्वान व विदुषियां प्रतिभाग करते हैं।