साहित्य मुंबई से तारा पाठक की बाल कविता.. गप्पू चाचा बड़े गपोड़ी March 16, 2021 admin तारा पाठक वर्सोवा, मुंबई, महाराष्ट्र ————————————– गप्पू चाचा बड़े गपोड़ी। फेंका करते लंबी -चौड़ी। पहलवान…
साहित्य तारा पाठक की एक रचना.. दखल अंदाजी प्रकृति से मौसम हुआ भुलक्कड़ February 4, 2021 admin तारा पाठक वर्सोवा, मुंबई, महाराष्ट्र ——————————————– प्रकृति से छेड़खानी का नतीजा ———————————————— दखलअंदाजी प्रकृति से…
काव्य साहित्य कवियित्री तारा पाठक की घुघतिया त्यार पर एक कुमाऊनी रचना…पिछ्याडि़ बारै उतरैणि में हमार घुघुत काव नि ल्हिगोय January 14, 2021 admin तारा पाठक वर्सोवा, मुंबई, महाराष्ट्र ————————————— काले कव्वा काले ——————————– पिछ्याडि़ बारै उतरैणि में हमार…
काव्य साहित्य मुंबई महाराष्ट्र से तारा पाठक की एक रचना.. गिरिराज के वक्ष स्थल से गंगा सागर तक January 5, 2021 admin तारा पाठक वर्सोवा, मुंबई महाराष्ट्र —————————————— गंगा-सागर —————————– मैंने माँ गंगा से पूछा- तुम तो…
उत्तराखण्ड साहित्य कवियित्री तारा पाठक की रचना… हमर नौं साल चैत में आल December 31, 2020 admin तारा पाठक वर्सोवा, मुंबई, महाराष्ट्र ——————————————– हमर नौं साल चैत में आल ———————————————- तुम बधाइ…
काव्य साहित्य तारा पाठक की एक कुमाऊनी बाल कविता… नानि-नानि नातिणि हमरि December 27, 2020 admin तारा पाठक वर्सोवा मुंबई, महाराष्ट्र ———————————- नानि-नानि नातिणि हमरि ठुल्लो छ मिजात। द्वि म्हैंणैं उमर…
काव्य साहित्य बिटिया दिवस पर कवियित्री तारा पाठक की एक रचना… December 13, 2020 admin तारा पाठक कवियित्री/समाज सेविका वर्सोवा, मुंबई (महाराष्ट्र) ——————————————- बिटिया दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ———————————————–…
काव्य साहित्य कवियित्री तारा पाठक की एक बाल कविता… मेंढकी रानी, मेंढकी रानी कहो कहाँ से आई हो.. December 5, 2020 admin तारा पाठक कवियित्री/समाजसेविका वर्सोवा मुंबई, महाराष्ट्र —————————— मेंढकी रानी, मेंढकी रानी कहो कहाँ से आई…
काव्य साहित्य धरा-गगन हैं साक्षी सजा सिर पर ताज, भारत माँ ने पाया उत्तराखंड सरीखा लाल… November 10, 2020 admin तारा पाठक कवियत्री, समाज सेविका कुलावा, मुंबई, महाराष्ट्र ———————————————– धरा-गगन हैं साक्षी सजा सिर पर…
काव्य साहित्य दशहरे में दशमुख हारा.. दिवाली में चीन हराना है.. मैंने मन में ठाना है! October 25, 2020 admin तारा पाठक कवियत्री, समाज सेविका कुलावा, मुंबई, महाराष्ट्र ———————————————– मेरे संकल्प ——————- मैंने मन मैं…