Uncategorized वरिष्ठ कवि जीके पिपिल का राजनीति पर एक मुक्तक … कभी टोपी तो कभी सर का ताज बदल लेता है.. December 25, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————————————————————————– कभी टोपी तो कभी सर का ताज बदल लेता है…
काव्य साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की ग़ज़ल… मोहब्बत में गँवाया था गँवाया है कमाया कुछ नहीं November 15, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ——————————————————————————— ग़ज़ल मोहब्बत में गँवाया था गँवाया है कमाया कुछ नहीं जिस…
काव्य साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की एक ग़ज़ल… कोई उनसे कहो कि आज दीवाली है लौट आये… November 4, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड —————————————————————- गज़ल कोई पास ना आने के कर गया बहाने कैसे कैसे…
साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की एक गज़ल.. हम ख़ुद को बेचकर अपने घर मेहमान ले आये October 20, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ——————————————————————— गज़ल हम ख़ुद को बेचकर अपने घर मेहमान ले आये…
साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की एक ग़ज़ल… कुछ और रखो ना रखो प्यार बरक़रार रखना October 3, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ————————————————- कुछ और रखो ना रखो प्यार बरक़रार रखना नज़रें झुकें…
काव्य साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की एक गज़ल… मेरे बस में होता तो तुझे इस बात पे राजी करता September 19, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड गज़ल —————– मेरे बस में होता तो तुझे इस बात…
काव्य साहित्य वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की एक ग़ज़ल…. नदिया प्यार की अवरुद्ध निकली रुकी निकली September 9, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड —————————————– गज़ल —————- नदिया प्यार की अवरुद्ध निकली रुकी निकली जब…