Thu. May 29th, 2025

poetry

महिला दिवस पर विशेष… कवि सुरेश स्नेही की एक रचना.. है नमन तुम्हारा इस धरा पर

सुरेश स्नेही सुपाणा, चौरास, टिहरी गढ़वाल ———————————————– ‘नारी’ (अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष) ————————————————– तुम…

कवि जसवीर सिंह हलधर की ग़ज़ल… गले लगाकर कश्मीरी को, हिंदुस्तानी बोला जाए..

जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ———————————— मुक्तिका (ग़ज़ल) ———————————– घाटी में रस घोला जाए। झूँठ…

कवि जसवीर सिंह हलधर की एक गज़ल.. शत्रु गर आगे बढ़ा तो जा मिलेगा राख में..

जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ————————————— ग़ज़ल (हिंदी) ——————————- पूस की हो सर्दियां या गर्मियां…

हरियाणा से कवि ललित अस्थाना की बिटिया पर स्नेहिल रचना… बिटिया जब डांट लगती है..

ललित अस्थाना फरीदाबाद, हरियाणा ————————————— (सौभाग्य से जुड़वाँ बेटियों का पिता होने के नाते, उनके…

कवि जसवीर सिंह हलधर की ग़ज़ल… सभ्यता लौटी नहीं अब तक फिरंगी झील से..

जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ——————————————- ग़ज़ल (हिंदी) ————————– सभ्यता लौटी नहीं अब तक फिरंगी…

मुंबई महाराष्ट्र से तारा पाठक की बाल कविता… उल्लू क्यों जागता है

तारा पाठक वर्सोवा, मुंबई, महाराष्ट्र —————————————- उल्लू क्यों जागता है ————————————- जंगल में खुली पाठशाला…

कवि जसवीर सिंह हलधर का एक गीत… जीवन में मधु घोल सके कुछ, ऐसा वातावरण कहाँ है..

जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड —————————————— अध्यात्म गीत -एसा वातावरण कहाँ है ————————————————– जीवन में…