कवि वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ” की एक हिंदी ग़ज़ल… तेरी यादों का समंदर विशाल होता है…
वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ” देहरादून, उत्तराखंड —————————————– हिंदी ग़ज़ल ——————————– तेरी यादों का समंदर विशाल होता…
वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ” देहरादून, उत्तराखंड —————————————– हिंदी ग़ज़ल ——————————– तेरी यादों का समंदर विशाल होता…
धर्मेन्द्र उनियाल ‘धर्मी’ चीफ फार्मासिस्ट, अल्मोड़ा ————————————————- – बस हमने हाथ न पसारा, खुद्दारियों के…
पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ——————————— ग़ज़ल जीवन तो है खेल तमाशा, चालाकी नादानी है, तब…
जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ————————— ग़ज़ल (हिंदी) ————– आज तक मैंने तुझे जी भर…
“पागल फ़क़ीरा” भावनगर, गुजरात ————————————— क्षितिज पर दूर सूरज चमका, सुबह खड़ी है आने को,…
“पागल फ़क़ीरा” भावनगर, गुजरात ——————————- मैंने घर वापसी का कभी ऐसा मंज़र नहीं देखा, दिल…
“पागल फ़क़ीरा” भावनगर, गुजरात ——————————– मेरी फ़ज़र को तेरा इंतज़ार आज भी है, वहाँ…
“पागल फ़क़ीरा” भावनगर, गुजरात ———————————— कौन कहता है अफ़वाह फैला रहा हूँ मैं, ख़ुद ही…
जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ————————————— “गजल” ————————- किसी भूली बिसरी कहानी की तरह किसी दरिया…
जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————- गज़ल —————— हम कह रहे हैं जिंदगी बदहाल मत करो…