काव्य साहित्य वरिष्ठ कवि तारा पाठक की घुघुतिया त्यार पर एक कुमाऊनी रचना … पिछ्याडि़ बारै उतरैणि में … January 14, 2022 admin तारा पाठक हल्द्वानी, उत्तराखंड ———————————————– पिछ्याडि़ बारै उतरैणि में हमार घुघुत काव नि ल्हिगोय। कतु…
काव्य साहित्य कवि तारा पाठक की नववर्ष पर एक कुमाऊनी कविता … नौं सालै बधाइ January 1, 2022 admin तारा पाठक हल्द्वानी, उत्तराखंड —————————————————– नौं सालै बधाइ बधाइ हो नईं साल ऐ रौ। रीत…
काव्य साहित्य कवि तारा पाठक की एक कुमाऊनी रचना … मुसुलि बाना हैगे ज्वाना.. December 24, 2021 admin तारा पाठक हल्द्वानी, उत्तराखंड ——————————————————————– कुमाउनी बाल कविता मुसुलि बाना हैगे ज्वाना। तली सारी, मली…
काव्य साहित्य कवि/गीतकार वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ” के गढ़वाली में दो छंद (मनहरण घनाक्षरी) October 30, 2021 admin वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ” देहरादून, उत्तराखंड —————————————————————— मनहरण घनाक्षरी छंद 1- पाड़ देखा रोणु छ यू,…
काव्य साहित्य सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली’ की एक गढ़वाली रचना…. चिट्ठी October 23, 2021 admin सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली’ देहरादून, उत्तराखंड चिट्ठी कलेजी म ठंड मेरी यखी पड़ी जांदी जु चिट्ठी…
काव्य साहित्य युवा कवि धर्मेंद्र उनियाल ‘धर्मी’ की गढ़वाली कविता… यू कोराना कू काल छ August 1, 2021 admin धर्मेंद्र उनियाल ‘धर्मी’ चीफ़ फार्मासिस्ट, अल्मोड़ा ————————————- यू कोराना कू काल छ, फूटियूं सबूकू कपाल…
साहित्य तारा पाठक की कुमाउनी कविता…. महादेव पार्वती ब्या July 18, 2021 admin तारा पाठक हल्द्वानी, उत्तराखंड —————————————– कुमाउनी कविता- महादेव पार्वती ब्या ————————————————————- अहा! कस सौण झुलि…
काव्य साहित्य युवा कवि धर्मेंद्र उनियाल ‘धर्मी’ की गढ़वाली कविता.. दिल्ली बम्बई वाला किलै? उत्तराखंड मा लेणा ज़मीन… July 15, 2021 admin धर्मेंद्र उनियाल ‘धर्मी’ अल्मोड़ा, उत्तराखंड ——————————————- पटवारी जी, हे अमीन, करा त जरा ईं छाण-बीन…
साहित्य युवा कवि धर्मेंद्र उनियाल ‘धर्मी’ की गढ़वाली रचना.. मौज़ नेता अर सरकारू की होणी। July 9, 2021 admin धर्मेंद्र उनियाल ‘धर्मी’ अल्मोड़ा, उत्तराखंड —————————————— मातृभाषा तैं समर्पित रचनाकारू तैं सादर समर्पित ——————————————————– दुर्गति…
साहित्य लोकभाषा को समर्पित युवा कवि अरविन्द ‘प्रकृति प्रेमी’ की कुछ गढ़वाली कविताएं June 19, 2021 admin अरविन्द ‘प्रकृति प्रेमी’ बजियाल गांव, टिहरी गढ़वाल ————————————————– तिमल्वा बंटवार जौंन परसाद बांटि नि जाणी…