काव्य साहित्य वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की दल बदल पर कुछ पंक्तियां…टकसाली सिक्के भी आजकल खोटे हो गये January 12, 2022 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————————————— दर्पण टकसाली सिक्के भी आजकल खोटे हो गये चेहरे भी…
साहित्य ग़ज़ल कवि पागल फकीरा की ग़ज़ल … नासूर पर तो मरहम भी बेअसर से निकले … January 9, 2022 admin पागल फ़क़ीरा भावनगर, गुजरात —————————————- ग़ज़ल नासूर पर तो मरहम भी बेअसर से निकले, करते…
संस्मरण साहित्य प्रतिभा की कलम से … मैंने जिंदगी में कभी पचास रुपए एक साथ नहीं देखे … January 9, 2022 admin प्रतिभा की कलम से ——————————————————- दो बीघा जमीन ‘मैंने जिंदगी में कभी पचास रुपए एक…
काव्य साहित्य जीके पिपिल … वह छोटा हाईकमान क्या हुआ ख़ुदा हो गया January 6, 2022 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————————————————- वह छोटा हाई कमान क्या हुआ ख़ुदा हो गया वो…
काव्य साहित्य कवि तारा पाठक की नववर्ष पर एक कुमाऊनी कविता … नौं सालै बधाइ January 1, 2022 admin तारा पाठक हल्द्वानी, उत्तराखंड —————————————————– नौं सालै बधाइ बधाइ हो नईं साल ऐ रौ। रीत…
Uncategorized वरिष्ठ कवि जीके पिपिल का राजनीति पर एक मुक्तक … कभी टोपी तो कभी सर का ताज बदल लेता है.. December 25, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————————————————————————– कभी टोपी तो कभी सर का ताज बदल लेता है…
काव्य साहित्य कवि तारा पाठक की एक कुमाऊनी रचना … मुसुलि बाना हैगे ज्वाना.. December 24, 2021 admin तारा पाठक हल्द्वानी, उत्तराखंड ——————————————————————– कुमाउनी बाल कविता मुसुलि बाना हैगे ज्वाना। तली सारी, मली…
काव्य साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि जीके पिपिल की एक रचना … जो बेअसर रहीं उन दुआओं को भी याद करना December 24, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ग़ज़ल जो बेअसर रहीं उन दुआओं को भी याद करना सिर्फ़…
काव्य साहित्य गीता पति प्रिया की एक रचना … लेखन की सुंदर वाटिका में, मित्र कहां तक छुपोगे December 22, 2021 admin गीता पति ‘प्रिया’ पश्चिम बंगाल मित्र लेखन की सुंदर वाटिका में, मित्र कहां तक छुपोगे…
काव्य साहित्य कवि सुलोचना परमार उत्तरांचली की एक रचना… अग्नि परीक्षा December 21, 2021 admin सुलोचना परमार उत्तरांचली देहरादून, उत्तराखंड ——————————————————— अग्नि परीक्षा दौर कोई भी रहा यहां पर अग्नि…