उत्तराखण्ड साहित्य जीके पिपिल का एक गीत …मैं पतझर हूं और सेहरा हूं … March 21, 2025 admin जीके पिपिल देहरादून। गीत मैं क़तरा हूं और तन्हा हूं अपनी जलधार में ले लो…
ग़ज़ल जीके पिपिल की एक गज़ल… खरीदार तो थे हम लुटा बाज़ार होकर रह गए March 15, 2025 admin जीके पिपिल देहरादून गज़ल खरीदार तो थे हम लुटा बाज़ार होकर रह गए क़ुदरत के…
उत्तराखण्ड साहित्य ग़ज़ल जीके पिपिल की गजल … तेरे पास दीए की लौ है उसको मशाल कर January 22, 2025 admin जीके पिपिल देहरादून गज़ल अपने हुनर से आज कुछ ऐसा क़माल कर तेरे पास दीए…
काव्य साहित्य ग़ज़ल कवि/शाइर जीके पिपिल की एक गज़ल… सहर भी कब की हो गई आंखों में रात रह गई January 13, 2025 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड गज़ल सहर भी कब की हो गई आंखों में रात रह…
News Update ग़ज़ल जीके पिपिल की एक शानदार गज़ल… पशोपेश में हैं अब किसका इंतिखाब करें December 28, 2024 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड गज़ल पशोपेश में हैं अब किसका इंतिखाब करें बेताब हर ज़र्रा…
national उत्तराखण्ड ग़ज़ल कवि/शाइर जीके पिपिल की भावपूर्ण गज़ल August 21, 2024 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ————————————————— गज़ल कभी तुम दिल को कुरेदकर देखना हमारी याद दबी…
national उत्तराखण्ड ग़ज़ल जीके पिपिल की एक गज़ल … कहते तो वो पूरा आसमां दे देता मगर मैंने सितारा मांगा June 30, 2024 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ————————————————— गज़ल कहते तो वो पूरा आसमां दे देता मगर मैंने…
उत्तराखण्ड ग़ज़ल कवि/शाइर जीके पिपिल की एक गज़ल … मैं रास्ते में रुका हूं कई ज़माने से May 12, 2024 admin जीके पिपिल देहरादून —————————————————- गज़ल मैं रास्ते में रुका हूं कई ज़माने से बुला दो…
काव्य साहित्य कवि/शाईर जीके पिपिल का एक मुक्तक April 12, 2024 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ————————————————————– हमें मोहब्बत की नदी में इस पार से उस पार…
ग़ज़ल कवि/शाइर जीके पिपिल की गजल … दुख तो बहुत है लेकिन मैं उसकी ख़बर नहीं करता June 22, 2023 admin जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ———————————————— गज़ल दुख तो बहुत है लेकिन मैं उसकी ख़बर नहीं…