साहित्य ग़ज़ल कवि पागल फकीरा की ग़ज़ल … नासूर पर तो मरहम भी बेअसर से निकले … January 9, 2022 admin पागल फ़क़ीरा भावनगर, गुजरात —————————————- ग़ज़ल नासूर पर तो मरहम भी बेअसर से निकले, करते…
काव्य साहित्य ग़ज़ल कवि पागल फकीरा की एक रचना… मैं हिन्दी का बेटा हूँ, मुझे उर्दू ने संभाला है… September 14, 2021 admin पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ————————————– मैं हिन्दी का बेटा हूँ, मुझे उर्दू ने संभाला है,…
काव्य साहित्य कवि पागल फकीरा की एक रचना… ज़िन्दगी के हसीन लम्हे भी गुज़रे हुवे पल हैं… September 2, 2021 admin पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ———————————————– ज़िन्दगी के हसीन लम्हे भी गुज़रे हुवे पल हैं, दर्द…
काव्य साहित्य पागल फकीरा की एक रचना… ज़िन्दगी से भी जाने दो ना जो तुमको छोड़ गई August 27, 2021 admin पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ————————————- ज़िन्दगी से भी जाने दो ना जो तुमको छोड़ गई,…
काव्य साहित्य पागल फकीरा की एक रचना… पूनम की चाँदनी और तेरा मुझसे साक्षात्कार हो कभी August 24, 2021 admin पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ———————————— पूनम की चाँदनी और तेरा मुझसे साक्षात्कार हो कभी, हक़ीक़त…
साहित्य ग़ज़ल वरिष्ठ कवि पागल फकीरा की एक रचना… बन्दगी एक रोज़ आशिक़ी में ढल जाती है.. August 21, 2021 admin पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ———————————- बन्दगी एक रोज़ आशिक़ी में ढल जाती है, कभी सुबह…