कवि पागल फकीरा की एक रचना… बसंत के मौसम का अहसास है मुझे..
पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ————————————————– बसंत के मौसम का अहसास है मुझे। याद हमारा पहला…
पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ————————————————– बसंत के मौसम का अहसास है मुझे। याद हमारा पहला…
धर्मेंद्र उनियाल ‘धर्मी’ देहरादून, उत्तराखंड ——————————————————————– सबके प्राण बचाती ख़ाकी, सबके काम है आती ख़ाकी।…
वीरेंद्र डंगवाल “पार्थ” देहरादून, उत्तराखंड —————————————————————– माहिया 1- मनभावन पुरवाई मन में आस जगी कि,…
सुलोचना परमार ‘उत्तरांचली’ देहरादून, उत्तराखंड चिट्ठी कलेजी म ठंड मेरी यखी पड़ी जांदी जु चिट्ठी…
जगदीश ग्रामीण ‘दर्द-ए-दिल’ उत्तराखंड ———————————— चुनावी मंडाण सावन सदा प्यासा रहे जहां पगडंडियों के पंथ…
पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ———————————————————— ग़ज़ल बस्ती उजाड कर लोग गाँव ढूंढ रहे हैं, कुल्हाड़ी…
जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ——————————————————————— गज़ल हम ख़ुद को बेचकर अपने घर मेहमान ले आये…
धर्मेन्द्र उनियाल ‘धर्मी’ अल्मोड़ा, उत्तराखंड ———————————————— स्वर्ग छ बल स्वर्ग छ, उत्तराखंड मा स्वर्ग छ,…
धर्मेन्द्र उनियाल ‘धर्मी’ अल्मोड़ा, उत्तराखंड ————————————————- गौऊं की घर-कुडी छौडिक, चली गैन नौना ब्वारी लडिक।…
धर्मेन्द्र उनियाल ‘धर्मी’ अल्मोड़ा, उत्तराखंड —————————————————— अगर यहां लाशें भी मतदान करती, तो सियासत लाशों…