Tue. Nov 26th, 2024

साहित्य

कृष्ण जन्माष्टमी पर कवि जगदीश ग्रामीण की कान्हा को समर्पित एक रचना

जगदीश ग्रामीण देहरादून,उत्तराखंड —————————————– वाह रे कान्हा! ———————- कान्हा तेरा वो माखन चुराना गली गली…

कवि वीरेन्द्र डंगवाल “पार्थ” का श्रृंगार पर एक सुंदर गीत

वीरेन्द्र डंगवाल “पार्थ” देहरादून, उत्तराखंड ———————————————————————– अति सुन्दर मनभावन पावन रूप तुम्हारा। तपते तन पर…

कवि डॉ अजय सेमल्टी की पहाड़ के यतार्थ पर एक रचना… सीने पे खरोचें, सड़को पे झरने..

डॉ अजय सेमल्टी गढ़वाल विश्वविद्यालय ——————————————– पहाड़ हूं मैं…. सीने पे खरोचें, सड़को पे झरने,…