काव्य साहित्य कवि सुभाष चंद वर्मा की एक रचना… प्रकृति का आंचल मेरा गांव है August 25, 2021 admin सुभाष चंद वर्मा देहरादून,उत्तराखंड ————————————– मेरा गांव नदी का किनारा पेड़ की छांव है, खेत…
काव्य साहित्य कवि सतीश बंसल की एक रचना… रियाया जुल्मतें सहती नही है देर तक August 25, 2021 admin सतीश बंसल देहरादून, उत्तराखंड ——————————————— रियाया जुल्मतें सहती नही है देर तक हुकूमत जुल्म की…
साहित्य ग़ज़ल कवि जीके पिपिल की एक ग़ज़ल…. उसके चेहरे की रंगाई पुताई करनी है किसी दिन August 25, 2021 admin जीके पिपिल देहरादून,उत्तराखंड —————————————————– गज़ल ———— उसके चेहरे की रंगाई पुताई करनी है किसी दिन…
काव्य साहित्य पागल फकीरा की एक रचना… पूनम की चाँदनी और तेरा मुझसे साक्षात्कार हो कभी August 24, 2021 admin पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ———————————— पूनम की चाँदनी और तेरा मुझसे साक्षात्कार हो कभी, हक़ीक़त…
संस्मरण साहित्य हरीश कण्डवाल मनखी की कलम से… अब हम केवल कागजों में पहाड़ी रह गये August 24, 2021 admin मूल निवास गज्जू 12वीं पास करने के बाद पंजाब अपने मामा के साथ नौकरी की…
काव्य साहित्य हरीश कंडवाल मनखी कलम बिटी … अब वा बात नि रै ग्यायी August 23, 2021 admin अब वा बात नि रै ग्यायी काकी न ब्वाल बेटा अब वा पैल जणि बात…
काव्य साहित्य रक्षाबंधन पर कवि चंदेल साहिब की एक रचना… बहन वही है August 22, 2021 admin चंदेल साहिब हिमाचल प्रदेश —————————– बहन वही है ——————— क़भी डांटे क़भी मनाए. प्यार से…
साहित्य हरीश कंडवाल मनखी की कलम से… मैं एक बेल हूँ जो अक्सर पेड़ो पर लहराती हूँ.. August 22, 2021 admin मैं एक बेल हूँ जो अक्सर पेड़ो पर लहराती हूँ… मैने बेल से पूछा कि…
काव्य साहित्य कवि जगदीश ग्रामीण ‘दर्द-ए-दिल’ की एक रचना…. सोच रहा हूं मैं इस यौवन में August 22, 2021 admin जगदीश ग्रामीण ‘दर्द-ए-दिल’ देहरादून, उत्तराखंड —————————————- सोच रहा हूं मैं इस यौवन में इक गीत…
काव्य साहित्य कवि जसवीर सिंह की एक कविता.. अब होना युद्ध जरूरी है.. घर होना शुद्ध जरूरी है. August 22, 2021 admin जसवीर सिंह ‘हलधर’ देहरादून, उत्तराखंड ———————————– कविता – चेतावनी ———————- अब होना युद्ध जरूरी है।…