कवि जसवीर सिंह हालधर की ग़ज़ल..फिरकापरस्ती का सजा बाजार देखो हिन्द में..
जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ————————————— ग़ज़ल (हिंदी) —————————– फिरकापरस्ती का सजा बाजार देखो हिन्द…
जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ————————————— ग़ज़ल (हिंदी) —————————– फिरकापरस्ती का सजा बाजार देखो हिन्द…
-दिल्ली के हिंदी भवन में आयोजित किया गया परमवीर चक्र विजेताओं पर लिखे अंतर्राष्ट्रीय काव्य…
जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ——————————————- ग़ज़ल (हिंदी) ————————– सभ्यता लौटी नहीं अब तक फिरंगी…
डाॅ अलका अरोड़ा प्रोफेसर, देहरादून ————————————- विधा – गीत जहर थोड़ा सा चख लीजिए –…
तारा पाठक वर्सोवा, मुंबई, महाराष्ट्र —————————————- उल्लू क्यों जागता है ————————————- जंगल में खुली पाठशाला…
जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ——————————————– ग़ज़ल (हिंदी) ————————- धर्म भी निरपेक्ष यह अय्यारियाँ हैं…
–परमहंस स्वामी राम तीर्थ के व्याख्यान ‘स्वामी रामतीर्थ जीवन दर्शन’ में संग्रहित किए गए हैं।…
जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड —————————————— अध्यात्म गीत -एसा वातावरण कहाँ है ————————————————– जीवन में…
सुरेश स्नेही देहरादून, उत्तराखंड —————————————- पुलवामा में शहीद वीर सैनिकों, माटी के पुत्रों को प्रणाम…
कविता बिष्ट देहरादून, उत्तराखंड ————————————— माँ की महिमा है बड़ी, फागुन बनी बहार। पीताम्बर से…