कवि पागल फकीरा की एक ग़ज़ल… किसी ने पुकारा नाम मेरा डर रहा हूँ मैं…
पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ——————————————- किसी ने पुकारा नाम मेरा डर रहा हूँ मैं, सुन…
पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ——————————————- किसी ने पुकारा नाम मेरा डर रहा हूँ मैं, सुन…
जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड गज़ल —————– मेरे बस में होता तो तुझे इस बात…
पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ————————————– मैं हिन्दी का बेटा हूँ, मुझे उर्दू ने संभाला है,…
जीके पिपिल देहरादून,उत्तराखंड ————————————– गज़ल —————- छोटे हैं बड़े हैं और ये मंझोले हैं लेकिन…
जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड ——————————————————– गज़ल —————- नाबीना ख़ुद की परछाई क्या जाने तिनका जल…
जीके पिपिल देहरादून,उत्तराखंड —————————————————– गज़ल ———— उसके चेहरे की रंगाई पुताई करनी है किसी दिन…
पागल फकीरा भावनगर, गुजरात ———————————- बन्दगी एक रोज़ आशिक़ी में ढल जाती है, कभी सुबह…
पागल फ़क़ीरा भावनगर, गुजरात लहू का उबाल तो हमारा खानदानी है, फ़िर भी सोच तो…
जीके पिपिल देहरादून, उत्तराखंड गजल —————– बिना ज़मीन के अब कुछ लोग ज़मींदार हो गये…
पागल फ़क़ीरा मुझको पत्थर दिल से मोहब्बत हुई है, मुझसे इश्क़ में थोड़ी सी शरारत…