साहित्य कवि सुरेश स्नेही को शहीदों को नमन करती रचना…बलिदान तुम्हारा वीर सपूतों, देश हमेशा याद करेगा.. February 21, 2021 admin सुरेश स्नेही देहरादून, उत्तराखंड —————————————- पुलवामा में शहीद वीर सैनिकों, माटी के पुत्रों को प्रणाम…
साहित्य देहरादून से कविता बिष्ट की वसंत पर मनभावन रचना..बहार बनकर आया बसन्त February 21, 2021 admin कविता बिष्ट देहरादून, उत्तराखंड ————————————— माँ की महिमा है बड़ी, फागुन बनी बहार। पीताम्बर से…
साहित्य झांसी उत्तर प्रदेश से वरिष्ठ कवि श्रीकांत की बिटिया पर सुंदर रचना… पंखुड़ियों से बिखरे दल भाग कहाँ छूटे February 21, 2021 admin श्रीकांत 259, सुभाषगंज झाँसी, उत्तर प्रदेश ————————————- बिटिया ——————– पंखुड़ियों से बिखरे दल भाग कहाँ…
साहित्य ग़ज़ल कवि जसवीर सिंह हलधर की शानदार गज़ल.. समंदर दर्द अपना हर किसी से कह नहीं सकता.. February 20, 2021 admin जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ————————————– ग़ज़ल ( हिंदी) —————– समंदर दर्द अपना हर किसी…
साहित्य ग़ज़ल कवि जसवीर सिंह हलधर की हिंदी गज़ल.. दिले जज़्बात लिखता हूँ तराने हिन्द गाता हूँ February 20, 2021 admin जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ————————————– ग़ज़ल (हिंदी) —————————— दिले जज़्बात लिखता हूँ तराने हिन्द…
साहित्य डॉ अलका अरोड़ा की एक रचना.. लहजा शिकायत का अब रहने भी दो February 19, 2021 admin डॉ अलका अरोड़ा प्रोफेसर, देहरादून ———————————- एक गुजारिश —————————— लहजा शिकायत का अब रहने भी…
साहित्य डॉ अलका अरोड़ा की एक हास्य रचना… मैं भी कलयुग की नारी हूँ पुराना ढूंढूंगी ही नहीं February 17, 2021 admin डॉ अलका अरोड़ा प्रोफेसर, देहरादून ———————————— प्रभु से अलौकिक प्रार्थना ————————————- आज सुबह अजब नजारा…
साहित्य वसंत पंचमी पर डॉ अलका अरोड़ा ने किया मां सरस्वती का वंदन February 16, 2021 admin डॉ अलका अरोड़ा प्रोफ़ेसर, देहरादून ——————————— सरस्वती वन्दना —————————— ऐ चन्द्र वदिनी पदमासिनी तू द्युति…
साहित्य वसंत पंचमी पर कवि जसवीर सिंह हलधर का मां सरस्वती को समर्पित एक छंद February 16, 2021 admin जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड ———————————- छंद – माँ सरस्वती ———————————— कंठ में निवास कर,…
साहित्य डॉ अलका अरोड़ा की श्रृंगार की एक रचना… मन की बातें बतायें तुम्हें क्या February 14, 2021 admin डॉ अलका अरोड़ा प्रोफेसर, देहरादून —————————————— विधा-गीत स्वरचित-श्रृंगार रस की रचना यादे यूँ भी पुरानी चली…