Sat. May 31st, 2025

काव्य

मुंबई महाराष्ट्र से तारा पाठक की बाल कविता… उल्लू क्यों जागता है

तारा पाठक वर्सोवा, मुंबई, महाराष्ट्र —————————————- उल्लू क्यों जागता है ————————————- जंगल में खुली पाठशाला…

कवि जसवीर सिंह हलधर का एक गीत… जीवन में मधु घोल सके कुछ, ऐसा वातावरण कहाँ है..

जसवीर सिंह हलधर देहरादून, उत्तराखंड —————————————— अध्यात्म गीत -एसा वातावरण कहाँ है ————————————————– जीवन में…

कवि सुरेश स्नेही को शहीदों को नमन करती रचना…बलिदान तुम्हारा वीर सपूतों, देश हमेशा याद करेगा..

सुरेश स्नेही देहरादून, उत्तराखंड —————————————- पुलवामा में शहीद वीर सैनिकों, माटी के पुत्रों को प्रणाम…

झांसी उत्तर प्रदेश से वरिष्ठ कवि श्रीकांत की बिटिया पर सुंदर रचना… पंखुड़ियों से बिखरे दल भाग कहाँ छूटे

श्रीकांत 259, सुभाषगंज झाँसी, उत्तर प्रदेश ————————————- बिटिया ——————– पंखुड़ियों से बिखरे दल भाग कहाँ…

डॉ अलका अरोड़ा की एक हास्य रचना… मैं भी कलयुग की नारी हूँ पुराना ढूंढूंगी ही नहीं

डॉ अलका अरोड़ा प्रोफेसर, देहरादून ———————————— प्रभु से अलौकिक प्रार्थना ————————————- आज सुबह अजब नजारा…